Tuesday, 20 February 2018





हाइकू
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१-बातें  हैं  सच्ची
पसंद न किसी को
सच्चा मुखौटा।
२-विदूषक है
सभी को है हंसाता
प्यारा मुखौटा।
३-मैंने है ओढ़ा
श्वेत रंग मुखौटा
शिव को भाया।
४-न खेलूं होली
तू नहीं हमजोली
स्वर्ण मुखौटा
५-बादल आये
मेरे मन को भाये
बरसेंगे भी।
६-सूरज हारे
कोहरे का प्रण ये
हारा स्वयं वो।
७-रूठती उम्र
उपहार में देती
सर पे चाँद।
८-हजारों रत्न
जौहरी की झोली में
मैं खाली  झोली।
९-जूड़े बालों के
हवाओं ने हैं खोले
घटा शर्मायी।
१०-सभ्य समाज
ओढा  छद्म मुखौटा
 -खेलता-खेल।
११-निःशब्द मन
मुखौटा रहा हंस
संसारी माया।
१२- मेले में घूमें
पहन के  मुखौटे
हँसते- रोते।
१३-बसंत आया
मौसिम मतवाला
कोयल कूकी।
१४- वन्दनीय हो
जगमगाये हिंदी
हिन्दुस्थान में।
१५-फगुनायें क्यूँ ?
फागुन की ऋतु है
टेसू महकें।
१६-मुख मुखौटा
हंसोड़ या रोतड़ा
मैं मेरा मन।
१७-होली की टोली
डालों पे खट्टी कैरी
बाँट के खायें।
१८-वाष्पित दृग
नयन में अंजन
मुखौटा हँसे।
१९-बुजुर्गियत
लय सांसों की धीमी
मैं चांदी बाला।
२०-नदी की धारा
मन अटका तीरे
सेतु बनाओ।
21 -पंछी का नीड़
मेरा न कोई जहां
सपना जीना।
२२-













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